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रविवार, 19 मई 2013

गरजे बरदवा बरसे सवानावा //
ओसरवा से हाथ जोड़े लहुरा देवरवा//
हमका बोलावे निनारे म। 
हम टुकुर टुकुर ताकी ओसारे म//
मना बिछलाय लाग आवय मोहे लजिया///
मुहवा से लार चुवे मटके अंखिया //
खडा होय के बोलावे आड़े म///
हमका बोलावे निनारे म। 
हम टुकुर टुकुर ताकी ओसारे म//
एक तो सवनवा तहलका मचावे///
पिव पिव पपीहा मन तरसावे ////
कोयलिया के कूक पड़े काने म///
हमका बोलावे निनारे म। 
हम टुकुर टुकुर ताकी ओसारे म//

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