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बुधवार, 19 जून 2013

छोटी चिडिया आँगन में आकर॥
चावल के किनके चुगती थी॥
चारो तरफ़ फुदक फुदक के॥
ची ची ची ची करती ही॥
उस समय आँगन में मेरे
अद्भुत शोभा होती थी॥
पता नही क्या कारन है अब॥
शायद चावल में नही मिठाई है॥
कई महीने बीत गए
गौरैया नही दिखाई है॥
2/
प्रीतम तेरे प्यार में //
प्रेम दीवानी हो गयी//
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///
नैन लड़ा के तुमने///
करली मुझसे घात//
समझ में मेरे गयी///
खुद अपनी औकात///
मै भी तुझे समझ अपना///
स्वाबो की रानी हो गयी///
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///
खुशियों का पल बिता के तुमने///
दे दी कैसी ठेस///
झर - झर आंसू झरते है///
बरषे जैसे मेघ////
कुछ कुछ मै समझ पायी///
तभी बिरानी हो गयी///
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///

3/
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे///हमार 
जुआड़ी शराबी कय लाग रहय तांता///
एक कहय की दांते काटा ///
पाय के सकेत हमसे अंखिया लडावे///
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे/
जीत गये जब सब भये पगला///
कहय करे बाटू गड़बड़ घपला///
बारी बारी हमरी कमरिया हिलावे///
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे/

4/
पाँव में पायल पहन के //
काजल लियो लगाय////
भैया को अपने देख के///
नैना गए लजाय///
भाग के बाहर गयी///
दादी जी के पास///
भैया मन में सोचेगे///
हो रही विख्यात///
शौक सिंगार सब छोड़ कर///
पहन लिया संस्कार///
तब से कभी सुनी नहीं ///
मै अपना उपहास//
पढ़ लिख कर अब क्ष्रेष्ट हूँ///
छू सकती आकाश///
अब चाहू जो प्रकट करू///
जलता हुआ प्रकाश////
सिया पति राम जय जय राम///

5/
सजी है मुहब्बत घिरी है घटाये///
चढ़ा है सुरूर कब मुलाक़ात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
मंडप में दुल्हा बन के खडा हूँ///
हाथी घोड़ा पालकी चढ़ चुका हूँ///
पूरे हुए फेरे कब रात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
सेज सजी है फूल बिछे है ///
मन में मानो कमल खिले है///
कब उससे कैसे पहली बात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
घडी जल्दी आये जब घुघट उठाऊ///
अपनी प्रिये को गले से लगाऊ///
आखिर कब खुशियों की बरसात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///

6/
दुल्हन दहेज़ में जब लाती  है///
विशेषताये///
जीवन भर उसको मिलाती है///
सफलताये///
माता ने संस्कार दिया //
बाप दिया है ज्ञान///
भाई ने तो दान दिया ///
भर दिया भण्डार////
प्रबल कभी नहीं होगी //
उसकी सरल इच्छाये ///
दुल्हन दहेज़ में जब लाती  है///
विशेषताये///
जीवन भर उसको मिलाती है///
सफलताये///


7/
आँखों से छलके गे आंसू कभी///
हंस के जब साथ मेरा देते रहोगे///
मोतियों की ख़ुशी को लुटाऊगी मै //
साथ मेरा सनम जब निभाते रहोगे///
आँगन में हंसेगा खिलता गुलाब///
मांग लेना मै दूगी तुमको इतिहास///
बात पल्ले पड़े तो कह देना तुम///
तेरे ख्वाबो की बगिया सजाती रहूगी//
मोतियों की ख़ुशी को लुटाऊगी मै //
साथ मेरा सनम जब निभाते रहोगे///


8/
हरदम लगे दुआये//
तुम हूर बन के चमको//
देती आशीष रहूगी///
तुम फूल बनके गमको///
सारी ख़ुशी समाये ///
तुम्हारे ही भाग्य में//
तारो को छू सको तुम///
उनके सौभाग्य से///
मेरा हाथ है तेरे सर पर ///
तुम दीप बन के दमको///
हरदम लगे दुआये//
तुम हूर बन के चमको//
देती आशीष रहूगी///
तुम फूल बनके गमको///
रोशन करोगे नाम जब///
मन खिलेगा हमारा///
इतिहास लिखोगे तुम भी///
आशीर्वाद है हमारा///
हम रब से दुआ करेगे///
तुम चाँद बन चमको///

9/
बेकार करय बतिया //
दैझरवा के नतिया/// 
खराब करय रतिया ///
पिछवारे डारे खटिया ///
वे पिछवरवा झाल मकोइया ///
कहय निरावा चल के गोइया ///
उठाय दियय टटिया ///
दैझरवा के नतिया/// 
वे पिछवरवा कंकड़ पत्थर///
हमरे मारय साध के टक्कर//
दबाय दियय छतिया ///
दैझरवा के नतिया/// 
वे पिछवरवा ऊबड़ खाबड़ ///
हमका दौडावय लय चापड़ ///
हमास दियय मचिया ///
दैझरवा के नतिया/// 

10/
बालूशाही खाब //
रसगुल्ला गन्धाय ///
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय // 
खियाय दिया हमका ///
नीक लागय गोलगप्पा///
हिया देखाय //
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय // 
हिरंग जिन लाया 
हमका करछाय ///
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय //