छोटी चिडिया आँगन में आकर॥
चावल के किनके चुगती
थी॥
चारो तरफ़ फुदक फुदक
के॥
ची ची ची ची करती ही॥
उस समय आँगन में मेरे ॥
अद्भुत शोभा होती थी॥
पता नही क्या कारन
है अब॥
शायद चावल में नही मिठाई है॥
कई महीने बीत गए ॥
गौरैया नही दिखाई है॥
2/
प्रीतम तेरे प्यार में //
प्रेम दीवानी हो गयी//
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///
नैन लड़ा के तुमने///
करली मुझसे घात//
समझ में मेरे आ गयी///
खुद अपनी औकात///
मै भी तुझे समझ अपना///
स्वाबो की रानी हो गयी///
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///
खुशियों का पल बिता के तुमने///
दे दी कैसी ठेस///
झर - झर आंसू झरते है///
बरषे जैसे मेघ////
कुछ कुछ मै समझ न पायी///
तभी बिरानी हो गयी///
ऐसे मै गंधा गयी //
दूजे की रानी हो गयी///
3/
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे///हमार
जुआड़ी शराबी कय लाग रहय तांता///
एक कहय की दांते काटा ///
पाय के सकेत हमसे अंखिया लडावे///
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे/
जीत गये जब सब भये पगला///
कहय करे बाटू गड़बड़ घपला///
बारी बारी हमरी कमरिया हिलावे///
हमार बलमा हमका मटका खेलावे //
हमरी जवानिया पय सट्टा लगावे/
4/
पाँव में पायल पहन के //
काजल लियो लगाय////
भैया को अपने देख के///
नैना गए लजाय///
भाग के बाहर आ गयी///
दादी जी के पास///
भैया मन में सोचेगे///
हो रही विख्यात///
शौक सिंगार सब छोड़ कर///
पहन लिया संस्कार///
तब से कभी सुनी नहीं ///
मै अपना उपहास//
पढ़ लिख कर अब क्ष्रेष्ट हूँ///
छू सकती आकाश///
अब चाहू जो प्रकट करू///
जलता हुआ प्रकाश////
सिया पति राम जय जय राम///
5/
सजी है मुहब्बत घिरी है घटाये///
चढ़ा है सुरूर कब मुलाक़ात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
मंडप में दुल्हा बन के खडा हूँ///
हाथी घोड़ा पालकी चढ़ चुका हूँ///
पूरे हुए फेरे कब ओ रात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
सेज सजी है फूल बिछे है ///
मन में मानो कमल खिले है///
कब उससे कैसे पहली बात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
घडी जल्दी आये जब घुघट उठाऊ///
अपनी प्रिये को गले से लगाऊ///
आखिर कब खुशियों की बरसात होगी///
अपनी कहानी की शुरुवात होगी///
6/
दुल्हन दहेज़ में जब लाती
है///
विशेषताये///
जीवन भर उसको मिलाती है///
सफलताये///
माता ने संस्कार दिया //
बाप दिया है ज्ञान///
भाई ने तो दान दिया ///
भर दिया भण्डार////
प्रबल कभी नहीं होगी //
उसकी सरल इच्छाये ///
दुल्हन दहेज़ में जब लाती है///
विशेषताये///
जीवन भर उसको मिलाती है///
सफलताये///
7/
आँखों से न छलके गे आंसू कभी///
हंस के जब साथ मेरा देते रहोगे///
मोतियों की ख़ुशी को लुटाऊगी मै //
साथ मेरा सनम जब निभाते रहोगे///
आँगन में हंसेगा खिलता गुलाब///
मांग लेना मै दूगी तुमको इतिहास///
बात पल्ले पड़े न तो कह देना तुम///
तेरे ख्वाबो की बगिया सजाती रहूगी//
मोतियों की ख़ुशी को लुटाऊगी मै //
साथ मेरा सनम जब निभाते रहोगे///
8/
हरदम लगे दुआये//
तुम हूर बन के चमको//
देती आशीष रहूगी///
तुम फूल बनके गमको///
सारी ख़ुशी समाये ///
तुम्हारे ही भाग्य में//
तारो को छू सको तुम///
उनके सौभाग्य से///
मेरा हाथ है तेरे सर पर ///
तुम दीप बन के दमको///
हरदम लगे दुआये//
तुम हूर बन के चमको//
देती आशीष रहूगी///
तुम फूल बनके गमको///
रोशन करोगे नाम जब///
मन खिलेगा हमारा///
इतिहास लिखोगे तुम भी///
आशीर्वाद है हमारा///
हम रब से दुआ करेगे///
तुम चाँद बन चमको///
9/
बेकार करय बतिया //
दैझरवा के नतिया///२
खराब करय रतिया ///
पिछवारे डारे खटिया ///
वे पिछवरवा झाल मकोइया ///
कहय निरावा चल के गोइया ///
उठाय दियय टटिया ///
दैझरवा के नतिया///२
वे पिछवरवा कंकड़ पत्थर///
हमरे मारय साध के टक्कर//
दबाय दियय छतिया ///
दैझरवा के नतिया///२
वे पिछवरवा ऊबड़ खाबड़ ///
हमका दौडावय लय चापड़ ///
हमास दियय मचिया ///
दैझरवा के नतिया///२
10/
बालूशाही न खाब //
रसगुल्ला गन्धाय ///
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय //२
खियाय दिया हमका ///
नीक लागय गोलगप्पा///
हिया न देखाय //
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय //२
हिरंग जिन लाया
हमका करछाय ///
हे राजा पेप्सी //
हमका तिताय //२
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