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सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

बुढऊ दादा

हमारे जवानिया का॥
घूर के न ताका॥
खसक जाए धोती॥
हे बुढाऊ दादा॥
देख के हमका मारा मुस्की...
हमारी सुरतिया कय चूसा चुस्की॥
आय गा बुढापा ...
सखी न छांटा...
खसक जाए धोती हे बुढाऊ दादा॥
पाय अकेले हाथ दबवा॥
अन्धियारिया मा पीछे से आवा...
हमका बताय दिया का बा इरादा॥
खसक जाए धोती हे बुढऊ दादा॥

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