पृष्ठ

मंगलवार, 5 मार्च 2013

घंघरा उठाय के ..

लौडा पटाउब नजरिया चलाय के।।
हजार गाँव ..हजार गाँव लील लेब ..
घंघरा उठाय के ..
हजार गाँव लील लेब ..
बाली उमारिया म सीख गईली जादू।।
चढ़ती जवानिया भाईले बेकाबू।।
सबका फसाय लेब कजारवा लगाय के।।
हजार गाँव लील लेब ..घंघरा उठाय के .
हमरे सुरतिया पय बहुतय दीवाना।
देख के हमका गावय तराना।।
हंसी बिखराय देब घुघटा उठाय के।।
हजार गाँव लील लेब ..घंघरा उठाय के ..


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें