अंधेरिया रात में ..अंजोरिया कहा से आइल बाटे॥
प्रेम कय दीप हमरे दिलवा म जलाइल बाटे॥
सगरे अंजोर होइगा खिल गिले फूल॥
देहिया से खुशबू आवे उड़ गैली धूल॥
प्यार के पिरितिया से मन महकैल बाटे॥
गम गम गमके ला हमरा बगीचा॥
बहुत दिना बाद हमरा दिलवा पसीझा॥
हँसी आज होठवा पय बर्षो बाद आइल बाटे..
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