पृष्ठ

शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009

हँसी आज होठवा पय बर्षो बाद आइल बाटे..

अंधेरिया रात में ..अंजोरिया कहा से आइल बाटे॥

प्रेम कय दीप हमरे दिलवा म जलाइल बाटे॥

सगरे अंजोर होइगा खिल गिले फूल॥

देहिया से खुशबू आवे उड़ गैली धूल॥

प्यार के पिरितिया से मन महकैल बाटे॥

गम गम गमके ला हमरा बगीचा॥

बहुत दिना बाद हमरा दिलवा पसीझा॥

हँसी आज होठवा पय बर्षो बाद आइल बाटे..

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें