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सोमवार, 12 अक्तूबर 2009

आँख के कजार्वा..

लहर लहर चोटिया माँ ॥

झूम रहा बरवा ॥

की बड़ा नीक लागे ॥

तोहरे आँख के कजरवा ..२

मधुर मुस्कान तोहरी॥

करली ठिठोली॥

होठवा के रंग अब ॥

खेलय लागे होली॥

धीरे धीरे आपन॥

गिरावा अचरवा॥

की बड़ा नीक लागे ॥
तोहरे आँख के कजरवा ॥२

हौले हौले चाल चला॥

बाजे ला पयालिया॥

देख शरमाय जाला॥

बढती उमारिया॥

हंस हंस बरषे तोहे ॥

देख के बदरवा ॥

की बड़ा नीक लागे ॥
तोहरे आँख के कजरवा ..२

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