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मंगलवार, 10 अगस्त 2010

सखी दय दा दवायी॥

हमरा देवरवा बीमार बा...

सखी दय दा दवायी॥

पहली बिमारी उनके अंखिया पे आयी॥

मौक़ा देख मच्लायी...

सखी दय दा दवायी॥

दूसरी बीमारी उनके मुहवा पे आयी॥

पाय अकेले मुस्कायी॥

सखी दय दा दवायी॥

तीसरी बिमारी उनके जिभिया पे आयी।

देखत लार टपकायी॥

सखी दय दा दवायी॥

चौथी बिमारी उनके हथवा पे आयी॥

रतिया में करय चतुरायी॥

सखी दय दा दवायी॥

पाचवी बिमारी उनके देहिया पे आयी॥

चर चर चर करय चारपायी॥

सखी दय दा दवायी॥

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