इतना न दूर जाना ...
कही पीछे रहे तो हम॥
रास्ता भटक हम जायेगे॥
भरता रहेगा गम...
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पकड़ा है हाथ तेरा॥
दूरी करेगे कम॥
हंस के पायलिया बोले॥
मुझमे बड़ा है दम॥
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ऐसा कभी न करना॥
यह रोता रहे यूं तन॥
सौपा तुझे ये जीवन॥
सच्चा है मेरा मन॥
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पर्वत से लड़ हम जायेगे॥
आने न देगे आंच॥
तुम हंस के हमें बुलाओ॥
लाये गे हम बरात॥
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