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गुरुवार, 22 अप्रैल 2010

जमनवा इन्टरनेट कय भवा॥



जब से चला मोबाईल॥


दूर भइल अर्चानवा॥


जमनवा इन्टरनेट कय भवा॥


काकी दादी बात करय॥


बिटिया बा परदेश मा॥


चैटिंग करय बड़का कय बेटवा॥


दुल्हिन ढूढे विदेश मा॥


मोलवी चच्चा दुबई से बोले॥


बदल गवा इन्सनवा॥


जमनवा इन्टरनेट कय भवा॥


छोटकी दीदी हेलो हाय कह ॥


दियय फोन पय पप्पी॥


कहा बाटेया खाया का बबुआ॥


काहे लेत हां झप्पी॥


भौजी बोले भैया से लाया॥


गोल्ड वाला कंगनवा॥


जमनवा इन्टरनेट कय भवा॥


देर न लागे दुई मिनट मा॥


भाग के आवय सुबिधा॥


नालिश करबे भरी कचेहरी॥


होए तनिकव दुविधा॥


नेटवोर्किंग मा जुडी बा दुनिया॥


अचरज करय जहानावा॥


जमनवा इन्टरनेट कय भवा॥







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