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रविवार, 14 फ़रवरी 2010

होलिया में अबकी होए बवाल..

अबकी होलिया मा हील जाए छपरा॥

जब आय भौजी लगाउब तोहरे कचड़ा॥

तलवा तलैया से कनई लई आउब॥

गैया के गोबरा में ओहके मिलाउब॥

उपरा से डालब भीग जाए घांघरा॥

अबकी होलिया मा हील जाए छपरा॥
जब आय भौजी लगाउब तोहरे कचड़ा॥

आउब न aकेले रईहय हमजोली॥

दस दस खाए रईहय भांग के गोली॥

धय के दबोच देब होय चाही लफडा॥

अबकी होलिया मा हील जाए छपरा॥
जब आय भौजी लगाउब तोहरे कचड़ा॥

सखियाँ सहेली का सब के बोलाऊ॥

टीप टाप कय के बदन महकाऊ॥

भले से बवाल होए भले होए लफडा॥

जब आय तोहरा उठाउब अचरा॥

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