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बुधवार, 24 फ़रवरी 2010

ललचाय जाबू रानी..

लड़का:ललचाय जाबू रानी॥

जब खोलब पेटारिया॥

लड़की॥ डेराय जाबा राजा॥

रात अंधिअरिया॥

लड़का: तलवा घूमे तलैया घूमे॥

कच्ची पक्की सब का ढूढे॥

लुकाय जाबू रानी ॥

लौकत सेजरिया॥

लड़की: सर्दी झेले गर्मी झेले॥

मोट पातर सब हम ठेले॥

बिछलाय जाबा राजा॥

होत भोरहरिया॥

लड़का: अन्दर घूमे बाहर घूमे॥

गुल्ली खेले डंडा खेले॥

खिशियाय जाबू रानी ॥

बोलत कोयलिया॥

लड़की: पूरब गइली पश्चिम गइली॥

धानी चुनरिया भई न मैली॥

मुसकाय देवेया राजा ॥

देखत सुरतिया॥

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