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मंगलवार, 23 फ़रवरी 2010

॥चकित भई गोरी॥

चकित भई गोरी॥चकित भई गोरी॥चकित भई गोरी॥

देख के दुपट्टा॥ ॥चकित भई गोरी॥

ई दुपट्टा ब्रम्हा को भावा॥

हंस के सुनावे विद्दया के लोरी॥

॥चकित भई गोरी॥

ई दुपट्टा विष्णू को प्यारा॥

लक्ष्मी ने खुद की बनायी..डोरी

॥चकित भई गोरी॥

ई दुपट्टा भोले को प्यारा॥

गौरा चकित भई शिव की गौरी॥

॥चकित भई गोरी॥

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