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भौजी देवरा से कहय चोचलायी॥
बबुवा हमके खिलावा खटाई॥
रही रही आवत है ओकलाई॥
पहली हिचकी रतिया में आइली ॥
जब सासू गोड़ दबाई॥
बबुवा हमके खिलावा खटाई॥
दूसरी हिचकी रोसैया में आइली॥
जब रही खाना बनायी॥
बबुवा हमके खिलावा खटाई॥
तीसरी हिचकी सेजिया पे आइली॥
जब रही आवत औघाई॥
बबुवा हमके खिलावा खटाई॥
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