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सोमवार, 22 फ़रवरी 2010

चल जोगीरा मिल के..

चल गयी गोली होली मा॥

जाके लागी दिल पे॥

चल जोगीरा मिल के ..........चल जोगीरा मिल के॥

यहो गोली का स्वाद निराला॥

मन में भावा उजियार॥

टटिया फटका तोड़ के पहुचा॥

प्रेम लता के द्वार॥

चारिव नयना मिळत शुभ भा॥

हंसी लता खिल खिल के॥

चल जोगीरा मिल के ..........चल जोगीरा मिल के॥

यह गोली कय अद्भुत लीला॥

झम झम झम झम बरषे मेघा॥

मिले चैन दिल दिल के॥

चल जोगीरा मिल के ..........चल जोगीरा मिल के॥

2 टिप्‍पणियां:

  1. हाहह्हा...चलिए होली लग आपको...मुबारक हो होली और बनाओ शब्दों की रंगोली....

    इस तरह की रचना पढ़ने के लिए शुक्रिया...हाहह्हा...चलिए होली लग आपको...मुबारक हो होली और बनाओ शब्दों की रंगोली....

    इस तरह की रचना पढ़ने के लिए शुक्रिया...

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