पृष्ठ

शनिवार, 13 मार्च 2010

टका शेर न बिकाबू :टका शेर न बिकाबू ॥

कच्ची उमरिया गुमान न करा॥

टका शेर न बिकाबू :टका शेर न बिकाबू ॥

कच्ची उमरिया गुमान न करा॥

राह चलतू करा न पंगा॥

गाँव के लरिकन करिहै दंगा॥

चढली जवानिया खिलवाड़ न करा॥

टका शेर न बिकाबू :टका शेर न बिकाबू ॥

आँख न लड़ावा रूमाल न गिरावा॥

धानी चुनरिया मा दाग न लगावा॥

चार दिन के जिनगी बवाल न करा॥

टका शेर न बिकाबू :टका शेर न बिकाबू ॥

हाट न घूमा बाज़ार न घूमा॥

यारन के बहिया न झूमा॥

घर म अंजोर ब अंधियार न करा॥

टका शेर न बिकाबू :टका शेर न बिकाबू ॥

2 टिप्‍पणियां: