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शुक्रवार, 19 मार्च 2010

गवार तोहरी जातिया॥



नइखे तोड़ेया बतिया॥


गवार तोहरी जातिया॥


ज्यादा न बोला न ॥


उतार लेबय इज्जतिया...


ज्यादा न बोला न ॥


हमें छिछोरी न सम्झेया॥


न आवारा पकडंदी॥


तोहरी कला हमें मालुम बा।


कितना पडा पाखंडी॥


देखे देवेय न तोहका तोहरी अवकतिया।


हाथ गोड़ से समरथ बाटी॥


जांगर बा दमदार॥


न तो हमका कॉन्व चिंता॥


न चाहि उपकार॥


देखाय देबय न ॥


तोहरी काली सुरतिया ॥


नइखे तोड़ेया बतिया॥
गवार तोहरी जातिया॥
ज्यादा न बोला न ॥
उतार लेबय इज्जतिया...




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