उंगली पकड़ के चलना सिखाया॥
उस गली के मोड़ तक॥
इस उम्र में छोड़ गए मुझे॥
इस नदी के छोर पर॥
तेरे ऊपर थी तमना ओ मेरे प्यारे लाडले॥
ढ़लती उम्र का सहारा तू बनेगा बावले॥
लेकिन तूने ओ कर दिखाया ॥
जो हर वंश कर सकता नहीं॥
माँ तो तेरी चल बसी बाप लगता हूँ नहीं॥
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