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रविवार, 27 जून 2010

दौलत का भूखा नहीं..

दौलत का भूखा नहीं ॥
न तो करी विरोध॥
जो ममता से मिल गया॥
वही हमारा जोग॥
न तो बोली कटुक बचन॥
न तो शांत सुभाव॥
न तो विद्दा मा पढ़ी॥
न तो तेई सुझाव॥
चार दिना की जिंदगी मा॥
चौविस होय हलाल॥
चौविस को फेकन गए॥
पंडा मिला दलाल॥
धन कय पुतकी छीन लिया॥
मै खोजत फिरता नाव॥

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