लड़का: लगे में खराश है ॥
नहीं लगती प्यार है॥
मुझे अब सोने दो यही अरदास है॥
लड़की: सावन की बहार है॥
पहली बरसात है॥
आओ साथ भीग जाए॥
यही अरदास है॥
लड़का: आज मंगल वार है ॥
मेरा उपवास है॥
मुझसे रहो दूर तुम
यही सही बात है॥
लड़की: आज शुभ रात है॥
नैन बिछालात है॥
आ जाओ मेरे पास तुम ॥
मानो मेरी बात है॥
लड़का: आज सनिवार है॥
ब्रम्हाचारी वार है॥
पास नहीं मेरे आना॥
तुम्हे लगे पाप है॥
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