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गुरुवार, 17 जून 2010

समय निकल जाएगा..

लड़का: लगे में खराश है ॥

नहीं लगती प्यार है॥

मुझे अब सोने दो यही अरदास है॥

लड़की: सावन की बहार है॥

पहली बरसात है॥

आओ साथ भीग जाए॥

यही अरदास है॥

लड़का: आज मंगल वार है ॥

मेरा उपवास है॥

मुझसे रहो दूर तुम

यही सही बात है॥

लड़की: आज शुभ रात है॥

नैन बिछालात है॥

आ जाओ मेरे पास तुम ॥

मानो मेरी बात है॥

लड़का: आज सनिवार है॥

ब्रम्हाचारी वार है॥

पास नहीं मेरे आना॥

तुम्हे लगे पाप है॥

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