गोरे गोरे गाल तुम्हारे॥
कजरारी अंखिया॥
चलती जब बीच में तो ॥
हंसती है सखिया॥
छुपा के चेहरा चलती हो कही भूल न हो जाए॥
नज़रे न टकरा जाए जगे प्रेम की माया ॥
भयानक याद न आये॥
प्यारे प्यारे होठ तेरे॥
पतली कमारिया॥
चलती हो धीरे धीरे॥
बजती पयालिया॥
शूट सलवार पे॥
फिसले अंगुरिया॥
मेहदी लगाती तो ॥
सजती हथेलिया॥
लम्बे लम्बे बाल तेरे॥
खिलती फुलझडिया॥
हंसती तो फूल गिरे॥
चमके शरिरिया॥
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