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शनिवार, 26 जून 2010

गोरे गोरे गाल..

गोरे गोरे गाल तुम्हारे॥

कजरारी अंखिया॥

चलती जब बीच में तो ॥

हंसती है सखिया॥

छुपा के चेहरा चलती हो कही भूल न हो जाए॥

नज़रे न टकरा जाए जगे प्रेम की माया ॥

भयानक याद न आये॥

प्यारे प्यारे होठ तेरे॥

पतली कमारिया॥

चलती हो धीरे धीरे॥

बजती पयालिया॥

शूट सलवार पे॥

फिसले अंगुरिया॥

मेहदी लगाती तो ॥

सजती हथेलिया॥

लम्बे लम्बे बाल तेरे॥

खिलती फुलझडिया॥

हंसती तो फूल गिरे॥

चमके शरिरिया॥

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