भक्त की इच्छा पूरी कर दो॥
बाबा घुइसर नाथ ॥
तुम्ही पर जान नेछावर॥
तुम्ही पर शान नेछावर॥
एक विनय मेरी है बाबा॥
जब का करो कल्याण ॥
तुम्ही पर जान नेछावर॥तुम्ही पर शान नेछावर॥
सच के पथ पर चालू हमेशा॥
लोगो का उपकार करू...
अत्याचारी पापियों से ॥
जीवन में न कभी डरू॥
अगर जरुरत पड़ जाए तो॥
उनका करू विनाश ॥
तुम्ही पर जान नेछावर॥तुम्ही पर शान नेछावर॥
हर घर में खुशिया का सागर...
झर झर झर झरता रहे॥
भूखा प्यासा रहे न कोई॥
नेक काम करता रहे॥
ऐसी बया चला दो भोले॥
सारे करे बखान ॥
तुम्ही पर जान नेछावर॥तुम्ही पर शान नेछावर॥
लोग नित मंदिर में आये॥
करे तुम्हारा ध्यान...
चारो तरफ भाईचारा हो॥
पढ़े वेद पुराण॥
मर्यादा की डोर बाँध दो॥
करे न कोई पाप॥
ऐसी लीला रच दो बाबा॥
सभी करे गुणगान ॥
तुम्ही पर जान नेछावर॥तुम्ही पर शान नेछावर॥
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