avadhi poem/geet
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शनिवार, 3 दिसंबर 2011
होलिया
मा
बाबा
डोला
करय
...
भौजी
से
हंस
हंस
बोला
करय
...
बाबा
हँसे
भौजी
रंग
डाले
...
खीच
खीच
पिचकारी
मारे
॥
बाबा
कय
कुरता
गीला
करय
...
बुढाऊ
बाबा
अब
लीला
करय
...
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