न लागौबय चुनरिया मा दाग बाबू॥
नाही फिकट मा चली जाए जान बाबू...
ई चुनरी हमारे पापा कय प्यारी...
इसकी बहुत करते रखवाली...
उनके मनवा मा आये उफान बाबू॥
ई चुनरी मेरी मम्मी की प्यारी॥
सुबह सबेरे बुहारय क्यारी॥
ऐसे न करबय बदनाम बाबू॥
ई चुनरी हमारे चाचा का प्यारी...
मै उनकी हूँ राज दुलारी...
उनका न करबय अपमान बाबू...
ई चुनरी हमरे भैया का प्यारी...
मै उनकी हूँ बागो की डाली॥
उनपे बा हमका गुमान बाबू...
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