जब बबुनी भयी उघार ,.जमाना जान गवा॥
छाया क्रिकेट कय अजब बुखार..जमाना जान गवा॥
करू एलान हम कपड़ा उतारब॥
क्रिकेट खिलाड़िन का हम तारब॥
अपने देखिया कय करलू उपहार...
जमाना जान गवा॥
तनवा देखाऊ मन बहलाऊ॥
महफ़िल मा खूब रंग जमाऊ॥
काहे काया कय करू व्यापार...
जमाना जान गवा॥
घूम घूम टी.आर.पी बटोरू॥
अशिकन कय तू मनवा टटोलू॥
केतानेन कय करू कल्याण ॥
जमाना जान गवा..
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