पृष्ठ

गुरुवार, 24 नवंबर 2011

चौहद्दी म उड़ा जब लहगा..

चौहद्दी मा उड़ा जब लहगा

लौडे शोर मचाय देहेन

भरी जवानी रस टपके ला

बुढाऊ लार टपके देहेन

जुनी की जायी सिटी बाजे

और हिलावय हाथ

केहू केहू तो करय इशारा

कब होए मुला कात...

स्वागत हमरे महफ़िल सज गय

रास्ता भर फूल बिछाय देहेन...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें