हे राजनीति के नेता गण ॥
थोड़ा महगाई कम कर दो॥
जनता पे इतना रहम कर दो...
बच्चो को अब दाल न मिलती॥
न खा सकते है सेब...
महगाई मार पड़ी है...
खाली पडा है जेब...
रूठ चुकी है सारी पब्लिक//
जनता का गुस्सा नरक कर दो...
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