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शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

मुन्नू...

मुन्नू फुलवा जैसे गमका करा॥

रतिया जुगुनू जस चमका करा॥

उड़न तश्तरी तोहके उडाये॥

बयारी बदरिया जिया लल्चावाये॥

अंखिया मा हमारे मटका करा॥

सूर्य चंद्रमा तोहके दुलारे॥

आवे बयारिया गर्दा झाडे॥

धीरे धीरे चला करा॥

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