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मंगलवार, 6 जुलाई 2010

पहिल पहिल चुम्मा ॥ पहिल पहिल चुम्मा॥

जात रहे संग संग भूल हम कैली॥
पहिल पहिल चुम्मा ॥ पहिल पहिल चुम्मा॥
पप्पू का देके आइली॥
ओह चुम्मा से पपुवा दिंवाना॥
हमें झारियावय बनावय खाना॥
चढली जवानी होश हम खोइली॥
पहिल पहिल चुम्मा ॥ पहिल पहिल चुम्मा॥
पप्पू का देके आइली॥
सोलह सिंगार पपुवा करवावय॥
चमेली कय तेल देहिया मा लगावय॥
चार दाई चारिव जून ओहके नचैली॥
पहिल पहिल चुम्मा ॥ पहिल पहिल चुम्मा॥
पप्पू का देके आइली॥
रतिया मा हमरा नाम लय के सोवय॥
हमरे वीयोगवा मा पपुवा रोवय॥
शरम सारी भूल के पर्दा उठैली॥ पहिल पहिल चुम्मा ॥ पहिल पहिल चुम्मा॥
पप्पू का देके आइली॥

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