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रविवार, 25 जुलाई 2010

बाजू वाली अंटी //////



बाजू वाली अंटी चारो जून॥मुझको दूध पिलातीहै॥


तेल मालिश करके फिर मुझको नहलाती है॥


मम्मी का सहारा छूट गया है॥


दीदी स्कूल जाती है॥


पापा तो मकदून गए है॥


अंटी ही हमें सजाती है॥


जब मै तंग करता उनको॥


वे हमको फुसलाती है॥



कहती बन्दर आयेगा॥ तुम्हे मिठाई लाएगा॥


तुम हंस के मिठाई खाओगे॥ बन्दर से लड़ जाओगे॥


तोता मैना का किस्सा हमको रोज़ रात सुनाती है॥


तेल मालिश करके फिर मुझको नहलाती है॥


दुःख तकलीफ हमें जब होता॥ अंटी जी रात भर जागती है॥


गोद में मुझको ले कर के॥ इधर उधर भटकती है।


मेरी माँ से ज्यादा ममता॥ वे मुझपे दिखलाती है॥


तेल मालिश करके फिर मुझको नहलाती है॥


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