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सोमवार, 5 जुलाई 2010

लड़की जवान बैठी कहवा बिहाई॥

ढल गय उमरिया आयी बुढ़ाई ॥
लड़की जवान बैठी कहवा बिहाई॥
जेकरे घर कबहू भैस नहीं चोकदय॥
खर कतवार घरे से न निकरय॥
उनहू मागे मोटर गाडी ॥
कैले ठिठाई॥
लड़की जवान बैठी कहवा बिहाई॥
बी।ये पास लरिका ॥
आवारा घुमय॥
रोजी शराब पियय॥
रास्ता मा झुमय॥
हालत देख ओकय॥
आवे ओकलाई॥
लड़की जवान बैठी कहवा बिहाई॥
बाप अड़ झक्की ॥
माई खेत निरवय॥
बड़ी बाटे फूहर॥
बहुत गरियावय॥
बन chaudhraeen ,,
लेवे अंगडाई॥
लड़की जवान बैठी कहवा बिहाई॥

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